भोजपुरी कविता तड़पत रही हम दिनरात भोजपुरी कविता - तड़पत रही हम दिनरात | रिमझिम बरसत बा बरसात | तड़पत रही हम दिनरात | पिया बिना बुनीया ना सुहात | … आवाज़-ए-हिन्द -August 30, 2020