श्याम कुँवर भारती (राजभर)

बेचारे नज़र आ रहे

गजल- बेचारे नजर आ रहे है | हर तरफ तेरे नजारे नजर आ रहे है | तेरे इश्क के इशारे नजर आ रहे है | हुश…

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