ग़ज़ल जिंदगी भर सितम हमने झेले जिंदगी भर सितम हमने झेले तेरे फिर भी हम ही रहे बस अकेले तेरे कोई भी इक जहां भर में द… आवाज़-ए-हिन्द -February 06, 2022