रामधारी सिंह जी ' दिनकर ' ------------------------------------ तेईस सितम्बर सरस,सन उ…
आज भारत के महान कवि जन कवि विद्रोही कवि वीर रस के कवि श्रृंगार रस के कवि श्रद्धेय रामधारी स…
गीतिका मिलिन्दपाद मित्र और मित्रता --------------------------- हो दया…
सुनो , तब आना तुम मुझसे मिलने प्रियतमा जब मंयक की कौमदी सलिल में पडे तब आना जब तिमिर फ…
मातृ नवमी ,पितृपक्ष -------------------------------- …
जयपुर की वरिष्ठ कवयित्री सुखमिला अग्रवाल भूमिजा जी को मिला “राजस्थान महिला रत्न अवार्ड 2022” विश…
मानव जीवन है अनमोल पकड़ प्यार सत्य धर्म की डोर , बढ़ सर्वदा प्रकाश की ओर। मधुर वचन सब…
माता है अनमोल रतन स्वांस-स्वांसमें माँहै समाई,सदगुरुओं की माँ गु…
14 सितम्बर-2022 हिन्दी दिवस पर विशेष राष्ट्र भाषा हिन्दी ----------…
भक्त वत्सल भगवान श्रीराम सूर्यवंशी सूर्यकेअवलोकि सुचरित्र -चित्र, तन - मन रोमांच हो अश्…
लेखनी तू आबाद रह जन-मानस ज्योतित कर सर्वदा, हरि भक्ति प्रसाद रह। …
भोजपुरी बोली बोली से बवाल होल बोली से ठिठोली , बोलीये से पसीजेला दिल इन्सान के। …
कलि में कैसे धर्म बचेगा.... छल-कपट,व्देष-दम्भ का जन-जन मैं संचार हुआ है।…
विश्व साक्षरता दिवस की हार्दिक मंगल शुभ कामनायें सार छंद मात्रा-16- 12 साक्षरता …
आज हाशिए पर है शिक्षक श्रद्धा से मस्तक झुक जाए,बिना स्वार्थ के सिद्धि देता। शिक्षक ही पीढ़ी -द…
देश का नायक सरहद पर जो वीर जाते हैं देश का नायक कहलाते हैं हँस कर खेलते है खून की होली सरहद…
नाव पुरानी नदी है गहरी नाव पुरानी मंझधार में फँसी जीवन की कहानी साहिल खड़ा देख मुस्कुगाता पर मदद…
वीर जवानों तुझे सलाम आन - बान और शान देश की नही रुकने देते।…
सावन ने श्रृंगार किया धरती ने हरितिमा से प्यार किया सावन ने यौवन का श्रृंगार …
मेरी छोटी बहना प्यार करना गुनाह् तो नहीं है हर कोई इस लाइलाज बीमारी से ग्रस्त है । चाहे किसी उम्र…
दीपक सा जलता गुरू दीपकसा जलता गुरू,सबके हित जग जान। गुरू से हीं पाते सभी,…
कब तक मौन रहेगी सरकार जग में फलीभूत हो रहा अपराध मस्त है अपराधी की दरबार कौन दे रहा है इसे …
सुनहरी शाम चले आओ कि फिर वैसी,सुनहरी शाम हो जाए। तुम्हारे साथ जुड़ कर के …
शराफत लियाकत बेचने वालों शराफत भी बेच डाला रफाकत बेवफा से कर ली हिमाकत को गले लगाया मयस्सर भी न…
चमन का मन जल रहा है क्यूं शांत वतन भाईचारा से हो गई अनबन हर कोई एक दुजै पे सवार क्यूं हो रहा है …
चंद अल्फाज इश्क के यह जो दूरियां हैं , तुम्हारे और मेरे घर की , वो चंद कदमों की है, पर मिलना दूर …