आज भारत के महान कवि जन कवि विद्रोही कवि वीर रस के कवि श्रृंगार रस के कवि श्रद्धेय रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर नमन और समस्त साहित्य प्रेमियों को हार्दिक बधाई और इस पुनीत अवसर पर मै उन्हे काव्यात्मक श्रृद्धांजलि अर्पित करता हूं
रामधारी सिंह दिनकर
हे साहित्य के प्रणेता तुम्हें शत शत प्रणाम
आप ने अपनाया दिनकर उपनाम
खूब प्रचलित हुआ आपका अपनाया हुआ नाम
साहित्यिक क्षेत्र मे खूब कमाया मान सम्मान
भारत के आप महाकवि ,तुम्हारी है अति सुंदर छवि
तुम जनकवि राष्ट्र कवि वीर रस के कवि
समाज मे चेतना जगाने वाले कवि
तुम श्रंगार रस के कवि तुम्हारे आगे फीका लागे रवि
सिमिरिया जिला बेगूसराय उनका जन्म स्थान
बाबू रवि सिंह माता मनरूप देवी की योग्य संतान
बचपन से ही पाया माता सरस्वती का वरदान
बालपन से ही पठन-पाठन की ओर रुचि और रूझान
बचपन से उठ गया पिता का साया
पड़ी परिवार पर मुसीबतों की छाया
माता जी ने साहस दिखलाया
बड़े लाइ से बच्चों को पाला और अपना कर्त्तव्य निभाया
बचपन से ही प्रकृति से प्यार
प्रकृति की खोज मे जाते वन बार बार
प्रकृति से ग्रहण किए आपने अच्छे संस्कार
अपनी रचनाओं मे प्रकृति पर चर्चा की बार बार
साहित्यिक आंदोलन के तुम जननायक
उनकी रचनाएँ सशक्त और प्ररेणादायक
समाज सुधार के पक्षधर और उद्धारक
मां सरस्वती के परम उपासक
59 रचनाओं का सृजन किया
पाठकों को अनुपम उपहार दिया
अपनी ओजपूर्ण रचनाओं से समाज को जागृत किया
अपनी लेखनी से पाठकों को मंत्रमुग्ध किया
उर्वशी पर मिला ज्ञानपीठ पुरस्कार
संस्कृति के चार अध्याय पर मिला साहित्य अकादमी पुरस्कार
साहित्यिक जीवन मे रही पुरस्कारों की भरमार
विधा वाचस्पति ,साहित्य चूड़ामणि एवं. पद्मभूषण पुरस्कार
महात्मा गांधी के सच्चे अनुयायी
स्वतंत्र संग्राम के बने सिपाही
स्वतंत्रता की लड़ी लडाई
गुलामी के विरुद्ध आवाज उठाई
देश प्रेम की अलख जगाई
महाकवि भूषण के पदचिन्हों पर चलकर वीर रस अपनाया
देश के जनमानस को झकझोरा और जगाया
छायावाद प्रगतिवाद मे अपनी लेखनी का जादू दिखाया
लोकनायक जय प्रकाश नारायण के साथ मिल कर राष्ट्रीय कर्त्तव्य निभाया
बिहार सरकार मे अपनी सेवाएं प्रदान की
अपनी निष्ठा द्धारा लोगों को उत्कृष्टता प्रदान की
मुजफ्फरपुर महाविद्यालय मे हिंदी विभाग का
अध्यक्ष पद संभाला
कालेज का कायाकल्प कर डाला
हिंदी भाषा को लोकप्रिय बना डाला
विधार्थियों को राष्ट्रीयता मे रंग डाला
राज्य सभा के12वर्ष रहे सदस्य
ओजस्वी वक्ता और अदम्य साहस
हिंदी के मुद्दे पर नेहरू को जमकर लताड़ा
हिंदी विरोधियों को दिया जबाव करारा
भागलपुर विश्वविद्यालय के रहे कुलपति
अपनी कार्यकुशलता से प्रदान की नई गति
विश्वविद्यालय का कायाकल्प किया
अनेक योजनाओ का श्रीगणेश किया
भारत सरकार के रहे हिंदी सलाहकार
इनके कार्यकाल मे हुआ हिंदी का व्याप्क प्रसार
हरिवंशराय बच्चन से था अथाह प्यार
नामवर थे उनके साहित्यिक यार
जन जन की समस्याओं को उभारा
वने वो सर्वहारा वर्ग के सहारा
अभिजात्य वर्ग को उन्होंने ललकारा
समानता का दिया एक नारा
दिनकर की कविताओं मे झलकता है राष्ट्रवाद
समाज मे व्याप्क बुराइयों का किया प्रतिवाद
सामाजिक बुराइयों पर किया शंखनाद
टैगोर की कृतियों का किया अनुवाद
अपनी रचनाओं मे बच्चों का रखा विशेष ख्याल
चांद का कुर्ता , मिर्ची का मजा ने मचाया खूब धमाल
कुरुक्षेत्र ,रशिमरथी उनके महाकाव्य
रचे उन्होंने अनेक खंडकाव्य
आप साहित्य के सूर्य और शान
आपको हमारा नमन और प्रणाम
आप की धारदार लेखनी को सलाम
साहित्य जगत मे सदैव अमर रहेगा आप का यशस्वी नाम
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कविता