हिन्दी हमारी बानी

हिन्दी हमारी बानी।

भारतमाकी बिंदी सम, प्यारी बोली हमारी
हम हैं सब हिंदीभाषी, प्यारी हिंदी हमारी 

राष्ट्रीय की पहचान, मुखर हमारी बाणी हैं
गर्व - सम्मान से, राष्ट्र के नाम पिछानी है

देश- विदेशमे वशे, हिन्दुस्तानी हिन्दीधारी
मुख सु वहे बोली, हिन्दी प्यारी हमारी

मान, सन्मान, गर्व, है हम सबको भारी
जानते है कई देशमें, ओर जनता न्यारी

संत - सूफी, ओर, साहित्य करे उजियारी
है हमारी हिन्दी, बोली सबसे प्यारी प्यारी

हिन्दुस्तानी पहेचान है हिन्दी प्यारी हमारी
घर घर में वसे, हिन्दीकी वाणी सहीयारी

प्रेमानंद, दयानंद कई, विचारोकी बलियारी
भारत वर्ष में हिन्दीकी, महत्वता बाहोत सारी

गीत, गजल ओर ज्ञानमें, की है संज्ञा सारी
"कलम" की धार में वसे, सुरहिन्द रसाधारी

सुथार सुनील एच. "कलम"
एम.पी.सी.सी. भांडोत्रा, कम्प्यूटर शिक्षक
गांव-रानोल,  तहसील- दांतिवाडा ,बनासकांठा, गुजरात
मां.9979363553
sutharsuni01@gmail.com
दिनांक :१४/०९/२०२०

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post

Contact Form