Showing posts from April, 2021

किताब

किताब जिन्दगी एक किताब है जो रोज पढ़ी जाती है । जिन्दगी की कहानी एक रोज लिखी जाती है ।। हम लाख छु…

मर्यादा बाग सजाये हैं

मर्यादा बाग सजाये हैं  श्री राम नाम पावन है,मर्यादा बाग सजाये हैं । जीवन -मर्म गर्व पुष्पित,जग अन…

पढना/ सुनना जरा ध्यान लगा के

पढना/ सुनना जरा ध्यान लगा के पढना/ सुनना जरा ध्यान लगा के मालूम हमें आप हो ब्रह्मांड के सबसे बड़े ज्ञाता सब क…

आज महकी हूँ मैं फाग के रंग सी

आज महकी हूँ  मैं फाग के रंग सी, तब नजर  मीत से जाके टकरा गई।  मूंद कर ये नयन, कर लिया है चयन,बूंद ये रंग की म…

प्रेम

प्रेम प्रेम किये धक धक किये     धड़कन जो तू तोल। हम पीछे तेरी चले      कब बोलोगी बोल। आओ मिलकर हाँ कहें       …

मातम

मातम प्यार  के  थे  आपने  मौसम  दिये। आशियाना तोड़ कर हर ग़म दिये।। साथ  तेरे  चाँद  अपने  साथ  था।…

महागौरी उपासना

महागौरी उपासना पँक्तियाँ  “हे महागौरी माता, सुन लो हम भक्तों की पुकार, हो रही आज सारे जग में, केव…

स्वच्छता अभियान चाहिए

स्वच्छता अभियान चाहिए दया-धर्म करुणामय पावन अधरों पर मुस्कान चाहिए। अनमोल मानव जीवनमें स्वच्छता अ…

सामाजिक सौहार्द

भक्त तो भक्त हैं जो कभी कीलों से नहीं डरते । जो सोचता है खुद को घमंडी खुद ही कीलें ठुकवाता ।। धर्…

सोंचता ही रहा जिन्दगी भर सदा

सोंचता ही रहा जिन्दगी भर सदा            हर महफिल में मेरी लगी साख है क्या बचाउँ बनाऊं मैं संचित क…

बेटवा घर ते बाहर निकसौ

बाल गीत बेटवा घर ते बाहर निकसौ तौ मुंह मा लेव मास्क लगाय ना जानै कौने भेष मा तुमका कोरोना बाबा मि…

नींद

नींद आंधी आई काले बादल  घिर घिर कर आने लगे  कहर कोरोना बरस पड़ा  खतरों के मेघ मंडराने लगे रह रह…

मैंने जिसको दिन दिया है

मैंने जिसको दिन दिया है मैंने उसको ही दान दिया, जिन्होंने मुझे प्रेम दिया, मुझसे भी ज़्यादा दूजों…

स्वप्न प्रवाह उमड़ना होगा

स्वप्न प्रवाह उमड़ना होगा  नींद सघन बेशक नयनों में, स्वप्न प्रवाह उमड़ना होगा । बदल सकेंगे दूनिया…

दिव्य औषधि कालमेघ

(कोरोना काल में लाभकारी)  दिव्य औषधि कालमेघ -------     विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जै…

गुलाब हो या दिल

गुलाब हो या दिल गुलाब हो या मेरा या  उसका तुम हो दिल। तुम ही बतला दो अब ये खिलते गुलाब जी।।  दिल …

तकदीर भारत का

तकदीर भारत का लिखँ दुगी इस कलमो से मैं तकदीर भारत का। अब तोडुगी मैं यहाँ सारे जंजीर भारत का। भारत…

वृक्ष हीं जीवन है।

वृक्ष हीं  जीवन है। असली प्रकृति प्रेम वही     जैसे अपने प्राण। अन्धाधुन्ध वृक्ष कटे       खुदकी …

सूनी गलियां सूनी सड़कां

सूनी गलियां सूनी सड़कां  सुनो सब व्यापार है  गाइडलाइन रो पालण कारणों  सौ  बाता रो सार है  कवै डाग…

मैय्या कालरात्रि आराधना

मैय्या कालरात्रि आराधना भक्त जो पूजे मन से, कालरात्रि महाकाली, मां भवानी करती है, सदा उसकी रखवाली…

खास लोग और आम लोग

खास लोग और आम लोग जब खास इंसान आम इंसान की चिंता नहीं करतें हैं तो आम इंसान खास इंसान की चिंता के…

इंतज़ार में...

इंतज़ार में... ना जाने क्यों किसका इंतज़ार कर रही मेरी आंखें। ना जाने क्यों इश्क-ए-महेक महसूस कर …

प्रेम एक राह

प्रेम एक राह प्रेम करके मैं हार गई!  मेरा है सुकुमार कलेजा,  तुम  निर्दयी कठोर।  चाहो तो मुझे बूड…

पुस्तके मेरा जीवन

(स्वानुभूति ) पुस्तके मेरा जीवन ---- विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल            …

आज सुप्रसिद्ध खलनायिका और फिल्मी पर्दे की खूंखार सास ललिता पवार के जन्मदिन की सिने प्रेमियों को हार्दिक बधाई

आज सुप्रसिद्ध खलनायिका और फिल्मी पर्दे की खूंखार सास ललिता पवार के जन्मदिन की सिने प्रेमियों को ह…

संवाद

संवाद आओ अपने मौन                से संवाद कर लें  बिचारों को चमन            में यूं आबाद कर लें क…

मुझे इंसाफ चाहिए

मुझे इंसाफ चाहिए रो रही हुँ, मैं खुद के जिंदगी पर दर्द सह रही हुँ खुद की जिंदगी का फाड़ डाला है,…

जीवन तो अजीब है

जीवन तो अजीब है मानव बहुत है लेकिन,जीवन एक आशा भी बहुत है अब, ग़म है अनेक,इंसान ने क्या दिया जो,त…

चंचल छन्द - ( घायल मुस्कान )

चंचल छन्द - ( घायल मुस्कान ) आग तपन अभिमान , प्रलय प्रबल मुस्कान । सहज भाव पावन सुखद, सत्य कर्म ग…

रमईकाका की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हीं की भाषा में एक रचना

रमईकाका की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हीं की भाषा में एक रचना                 शा…

भूल गये वो लोग हमें

भूल गये वो लोग हमें  जो कहते थे मुझे अपने  यादें उनके पास मेरे अब  वो सुदूर जैसे थे सपने । वादों …

मिट्टी का तन तेरा

मिट्टी का तन तेरा  मिट्टी से क्या डरना  कल को यहां सबको  उसमें ही है मिलना । रिश्ते नाते यादों का…

तेरा दर मुझे लागे प्यारा

तेरा दर मुझे लागे प्यारा दीन दुखियों को तेरा सहारा  सजा मां दरबार तुम्हारा  सबकी झोली भरने वाली  …

मेरी कलम

मेरी  कलम   गौर  से  सुनो    मेरी  कलम  पर  भी   कर्ज  है उसके  ऊपर  भी  एक   अनोखा  सा  फर्ज़ है…

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