चलो! मतदान कर आएं
चलो! मतदान कर आएं आओ! लोकतंत्र का पर्व मनाए, वोट देकर अपना फर्ज निभाएं। देश के प्रति हमारा भी कर…
चलो! मतदान कर आएं आओ! लोकतंत्र का पर्व मनाए, वोट देकर अपना फर्ज निभाएं। देश के प्रति हमारा भी कर…
ऐसो के छेरछेरा एसो के छेरचेरा ह जुच्छा होगे गा। माई कोठी के धान हा भईया बोदरा परगे गा।। एसो क…
डियर कलम डियर कलम काश तुम कभी मेरे जज्बात समझ पाती, मेरे हालात समझ पाती! बड़ी शिद्दत से चाहा है…
27/2/22को विमोचन ,, शब्दों की छाती फटती है,,पुस्तक का विमोचन श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव जी रिटायर…
देखो ! तो जन्मदिन आया है। आज खुशियों का दिन आया है वन उपवन मुस्काया है। रंग - विरंगे जीव जंतु और …
देश के प्रति रहे समर्पित, आने वाली पीढ़ी को भारत के टुकड़े नहीं आर्थिक मजबूती चाहिए ताकि आप और हम…
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा " हिंदी दिवस " सोने की चिड़िया है भारत भारत की यह ब…
तुम कहां साथ निभाती हो तुम कहां साथ निभाती हो में अकेला ही सब कर,लूंगा यह कह कह कर रोज तुम, ज…
माघी पुन्नी मेला अब्बड़ आस लगाए हो धनी पुन्नी मेला घुमादे । सऊख रखे हंव किंदरे के किंदार के मो…
नारी हो तुम जगत में आई हो तो, संसार का कुछ उद्धार करो अपने अस्तित्व की एक नई फिर शुरुआत करो जो …
मोबाइल का मायाजाल यह एक ऐसी प्रेम कथा है, जिसमें प्रेम तो है परंतु किसी खास कारण से इस कथा में प…
परीक्षा परीक्षा शब्द का अर्थ चुनौती भरा है, जो हमारी योग्यता का मूल्यांकन करने के लिए निर्…
मैं तुम्हें जगाने आया हूँ उठो वीर जवानों जागो अंगार सुनाने आया हूं। भारत मां के लाल जगो मैं तुम्हे जगाने आय…
सुनो मेरी कहानी माता रानी “दिन आज का सुहाना मस्ताना शुक्रवार है, मातारानी को प्रणाम जो शेर पर सवा…
सुविचारित पग आगे बढ़ें मातृभूमि की सेवा करें, दलित शोषित समाज की पीड़ा हरें, निजी स्वार्थों से, ऊपर उठकर, पर …
मतदान हम करेंगे मतदान हम करेंगे अधिकार है हमारा खुद ही चुनेंगे खुद की सरताज आज हम …
सब्ज़बाग़ दिखा,मुझे बहला रहा है वो नए नए ख़्वाब मुझको दिखा रहा है वो चुनाव का मौसम आ गया है तभी तो ब…
सफेद मूसली ----विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल सफेद मूसली को शक्तिवर्द्धक…
राधा यमुना किनारे आ जाना (प्रेम भक्ति गीत) जैसे मैं शुरु कर दूं, बांसुरी बजाना, राधा तुम …
यह कविता मैने उन लोगों पर लिखी है जो अपने माता पिता को वोझ समझते हैं और उन्हे वृद्ध आश्रम मे …
मुस्कान इक चाहत की हसरत हैं हमारी। इक मुस्कान हो गुल से भी प्यारी। लगता हैं..... हमे चढ़ा हैं…
मुक्तक रंग नूर चेहरे का आज उड़ा उड़ा क्यों है, मेरी किस बात पर प्रिय तू खफा क्यों है, बिना तू झिझक,शर्म के निस…
भजन : आप याद आते हनुमान जी “बजरंगबली का दिन आया है मंगलवार, रामजी को प्रणाम भक्तों को नमस्कार।“ …
गणेश कथा “प्रभु श्रीगणेश की कृपा है, दिन बुधवार है, देव गजानन को प्रणाम और नमस्कार है।“ माता ते…
अवचेतन मन... मानसिक क्रिया प्रतिपल विचारों से प्रेरित होती है आवेग और बुद्धिमत्ता से ये मन में केन्द्रित होती…
1) + = जोड़ 2) -- = घटाव 3) × = गुणा 4) ÷ = भाग 5) % = प्रतिशत 6) ∵ = चूंकि …