Showing posts from July, 2021

बिहार से संचालित देश के प्रतिष्ठित साहित्यिक मंच केबी राइटर्स का प्रथम वार्षिकोत्सव 17 जुलाई 2021 को संपन्न

झाझा, बिहार से संचालित देश के प्रतिष्ठित साहित्यिक मंच केबी राइटर्स का प्रथम वार्षिकोत्सव 17 जुला…

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कितने *दूर*  निकल गए, रिश्तो को निभाते-निभाते..,                खुद को  *खो*  दिया हमने, अपनों को…

हंसो तो पुष्प के जैसेखिलो तो चाँदनी जैसीहवा बनकर बहो रुत मेंये खुद से बेरुखी कैसी?

हंसो तो पुष्प के जैसे खिलो तो चाँदनी जैसी हवा बनकर बहो रुत में ये खुद से बेरुखी कैसी?       करो ग…

आज फिल्म और दूरदर्शन की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री सुरेखा सीकरी के निधन का दुखद समाचार मिला यह अति दुखदाई है उन की मृत्यु पर मै अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और काव्यात्मक श्रृद्धांजलि अर्पित करता हूं

आज फिल्म  और दूरदर्शन  की सुप्रसिद्ध  अभिनेत्री सुरेखा सीकरी के निधन  का दु:खद समाचार  मिला यह  अ…

आज प्रख्यात गांधीवादी स्वतंत्रता सेनानी के कामराज की जयंती पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई

आज  प्रख्यात  गांधीवादी स्वतंत्रता सेनानी के कामराज की जयंती पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई   …

तिल तिल जोड़ती रही

तिल तिल जोड़ती रही   तिल तिल तिलांजलि देती रही तिल तिल कुढती रही, तिल तिल मरती रही  पर जी नहीं पा…

पुस्तक मेला

पुस्तक मेला डॉक्टर विधी का लखनऊ से स्थानांतरण प्रयागराज हो गया था ।आज सुबह  जब उसने समाचार पत्र उ…

तुमसे दूर कैसे रहूं.......

तुमसे दूर कैसे रहूं....... भला तुमसे और क्या मैं मांगता हूं मैं तो सिर्फ तुमसे वक्त मांगता हूं तु…

आप मेरे हो...

आप मेरे हो... कही कोई मेरा दोस्त  कही कोई मेरा दुश्मन मगर मुझको है सच में सभी लोगों से बहुत प्यार…

आत्मग्लानी

आत्मग्लानी      आजादगंज नामक एक गाँव में दो बहनें रहती थी।बड़ी बहन का नाम अंकिता था और छोटी बहन क…

सोलहवें साल में

सोलहवें साल में  सोलहवें साल में उसे पता चला कि वो सांवली है    सोलहवें साल से पहले जितनी बार दर्…

आज न जाने क्या सूझा कि

आज न जाने क्या सूझा कि   श्मशान का चक्कर लगाने चली गई देखा तो राख के ढेर थे     जगह जगह राख में स…

विदा कर दे

विदा कर दे जिम्मेदारियों को सारी  अब तूँ रिहा कर दे...! देर ना कर बाबुल  अब तूँ विदा कर दे...!!…

अदी के दोहे!

*अदी के दोहे!* (१) दो आने  की  बाँसुरी, सुर  तेरा अनमोल! अधर धरैं धनश्याम तो,प्रेम…

बरसात के मौसम में

बरसात के मौसम में इन दिनों भिन्न भिन्न तरह के कीट  पतंग करते हैं सबको तंग छूकर अंग अंग कर देते है…

सस्ती लोकप्रियता

सस्ती लोकप्रियता               न जाने क्यों, मिथ्या आडंबर का, लेते हैं लोग सहारा, अपनी श्रेष्ठता …

आनलाइन काव्यगोष्ठी (कलमकार दिवस) का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न

आनलाइन काव्यगोष्ठी (कलमकार दिवस) का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न   सुप्रसिद्ध साहित्यिक, सांस्कृतिक ए…

नारी के प्रति दृष्टिकोण

नारी के प्रति दृष्टिकोण  नारी के प्रति दृष्टिकोण को लेकर मेरे मन में एक ही बात आती है । धीरे-धी…

मानवता परमो धर्मः

मानवता परमो धर्मः सुबह जैसे ही उमा ने T.V.पर न्यूज़ चैनल लगाया। कोरोना और लॉक डाउन की ही ख़बर आ रही…

कैकेयी की पीर

कैकेयी की पीर केकय देश की थी राजकुमारी महान , थी रणबाँकुरी था अस्त्र-शस्त्र का ज्ञान , केकय में द…

बारिश कि पहली बूँद

बारिश कि पहली बूँद  बढ़ जाती व्याकुलता अपनी ग्रीष्म की तपन से वर्षा के इंतज़ार में सृष्टि का हर प्र…

पायल से ज़ंजीर का सफ़र

पायल से ज़ंजीर का सफ़र बढ़ती उम्र थी, अपनी रवानी पे, बचपन बीता आयी जवानी पे, मोहब्बत के फ़साने रचने ल…

माँ मेरी

माँ  मेरी आशा है, विश्वास है....! माँ मेरी, मेरा साहस है....!! अंधकार में उम्मीद की  किरण बन जाती…

ये कैसी आज़ादी

ये कैसी आज़ादी श्यामा एक -एक डिब्बा खोल के देख रही थी कि किसी डिब्बे में तो कुछ मिल जाए की राजू को…

मैं तुम और बरसात

मैं तुम और बरसात आज की हर घड़ी है बहुत खास खामोशी है इन लवों पर फिर भी  गूंज रही दिल से मेरे यही …

संवेदनाएं

संवेदनाएं   संवेदनाओं के ही  नाम पर संवेदनाओं  का कतल सरेआम  होते देखा। मानवता की  संवेदनाएं जै…

माँ

माँ क्या मिसाल दूँ में माँ की ममता की जिसने ख़ुद भूखी रह कर मुझे खिलाया है..!!  जुझती रहीं ख़ुद म…

चांद की चोरी

चांद की चोरी         किरण चाहे सूर्य की हो या आशा की अंधकार तो मिटा ही देती है ।मैं रोज ही…

आम- आदमी

आम- आदमी कामनाऐं  हजार  पाले  मिला  आम आदमी ।  किन्तु  " जेब " से खाली  मिला  आम - आदमी…

पावस गीत

पावस गीत काले-काले बादल में जैसे बूँद समाई हो! तुम्हीं हमारे जीवन की सच्ची अमिट कमाई हो! सिर्फ तु…

जीवन के रंग

जीवन के रंग जिंदगी मे रंगों का विशेष महत्व होताहै। कुदरत  के सात रंगो का अपना विशेष महत्व   होत…

बीत गया

बीत गया अपना जीवन तो गीत बनाने मे बीत गया! घटती रही; घटती रही घटनाएं नाहक पीड़ा होगी छोड़ो क्या स…

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