आओ बैठकर गीत लिखें
आओ! बैठ कर गीत लिखें आम्र बौर के नीचे आओ ! बैठ कर गीत लिखें ; हल्की - बहकी ठंड में सपनों में आओ म…
आओ! बैठ कर गीत लिखें आम्र बौर के नीचे आओ ! बैठ कर गीत लिखें ; हल्की - बहकी ठंड में सपनों में आओ म…
जाने जग को क्यों है खलती चुपचाप सहे फिर भी न थके, सकुचा न सके जो बता न सके| वह नीर भरे थे दुख से …
एकर दरद ला कोन जानही ए दुनिया के पहिचान हरय बंजर मा सोना उगईय्या ए तो हमर किसान हरय झन समझो न…
मंच - आवाज़ ए हिंद विषय - "नारी अबला नहीं सबला है।" सम्मानीय मंच को सादर नमन करते करते …
आज की नारी अबला न रही नहीं रही अब लाचारी आज की सबला नारी ।। तोड़ चली रिश्तो की भरमारी नौकरों क…
तोरे कोरा मा सबला बड़ दुलार मिले हे, सुघ्घर सुघ्घर इहाँ घर दुवार मिले हे लहरावत रहिथे पेड़ के …
नान्हेपन के बात अलग हे सूरता आथे बड़ भारी, सबो के संग मा सरग बरोबर लागय स्कूल ह संगवारी ।। …
बड़ खिलकारी , जात धरम ला नइ जानन जी एकेच सबो संगवारी ।। जलाके मन मा मया के दीया करथन …
छेरछेरा आवत हे । छेरछेरा आवत हे कोठी धान में नहावत है ; हमर खेती के संगी साथी गइया बइला मन मस्…
तिरंगा अब ना तिरगा झुकने देंगे तेज धार ना रुकने देंगे मामूली ना समझो इसको भारत क़ी ये शान है जय ज…
देखो! आज गणतंत्र आया देखो ! आज गणतंत्र आया! स्वर्ण मुकुट से सजा हुआ पहन कर वो फिर इठलाया ; परोसा …
रांची विश्वविद्यालय रांची के रेडियो खांची 90.4 FM में खांची घुमक्कर प्रतियोगिता में रांची की डॉ र…
बैदमारा ग्राम चास बोकारो मे किशोरियों के स्वास्थ सुरक्षा हेतु सेनेटरी नेपकिन का वितरण | आज दिनांक…
सर्द चिन्तन रात भी ठंडी है, दिन में भी ठंड है! असहनीय है ठिठुरन, हवा को बहुत घमंड ह…
राजकुमार अरोड़ा गाइड को मिला मीन साहित्य सेवा सम्मान 2020 सम्पूर्ण राष्ट्र से 12 साहित्यका…
"हिंदी साहित्य रत्न सम्मान " 13 फरवरी 2021 को दिल्ली में भारत के विविध राज्यों से सर्वश…
मेरा भारत महान विश्व बन्धुत्व जिसकी पहचान, देता सुख शान्ति मुस्कान । सबके हित में अतुल अगाड़…
मुकम्मल हो जाएंगे, सारे ख्वाब एक दिन जलकर के सब राख , हो जाएंगे एक दिन, मिले हैं किस्मत से, दुनिय…
अपनत्व का घनत्व कभी कम ना हो । बेशक मिलेंगे चाहने वाले अपरिमेय बशर्ते गुणात्मक स्वभाविक परिवर्तन…
संघर्ष भरे राहों में ,आशान्वित होकर चलना होगा। नित्य नूतन अद्यतन से स्वयं को अद्यतित करना होगा। व…
उत्तर प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा बंजारा समाज को नहीं करना चाहिए अनदेखा आजादी के बाद …
सुपुर्दे खाक होने पर तवज्जो देता रहा हूं, इंसानियत को, इस क़दर, जो भी हो सा…
कब तक होंगी बाधाएंँ ? निकलो अँधेरों को चीरकर, कौन रोकेगा उसको जग में, चलता है जो गिर - गिरकर।। …
बदल गया सब सुनो सुनाता हूँ मैं अपने हृदय की पीड़ा। न दिल में मेरे प्यार उमड़ता है अब कभी। खाली…
व्यस्त रहते हो बहुत ,थोड़ा सा बात किया करो, चाहे कितने भी दूर रहो , मुलाकात किया करो ।। मेहनत…
हाड़ा, मांँस के चक्कर मा बलि चढ़ाथय ललचाहा मन, देवी देवता मा कलंक लगाके कूदत रहिथे हदराहा मन।। हि…
जो भी प्यार से मिला हम उसी के हो लिए जो भी प्यार से मिला जहां, मित्रों, हम उसी के हो लिए। न गीला …
दीनबंधु को कीजिए, उठा कर नित प्रणाम। राम राम प्रिय बोलिए, ऊंचा होगा नाम।। दीनबंधु कहते यही, मातु …
मीट गई हस्तियाँ तुझको पाने मे, पर तू मिला नहीं इस ज़माने में, और मेरा वादा है,तुम नहीं मिलोगे यहा…
आओ!बन्द कमरे में बैठें आओ ! बन्द कमरे में बैठें ; खुली जगह ,खुली मैदान में घुटन होने लगी। श्वासें…
प्रेस विज्ञप्ति आस्ट्रेलिया हिंदी सृजन पीठ आस्टेलिया द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन में …
तुम्हारे गीत मेरी आवाज़ कभी गमो का साया भी नहीं पड़े तुम पर। खुशी की गीत गाओ उदासियों की महफ़िल …
दे - दे थोकिन रुपिया कहिके अपन हाथ ला लमावत हे, नइ देबे ताहन दस परत ले एती ओती घुमावत हे ।। गरीब …
मानव धर्म का मूल यह... क-कर्तव्य कर्म करूणा कौशलसुचि अपनाइये। ख-खुदको मिटा खुदीमें खुशियोंमें ह…
पाश्चात्य संस्कृतिऔर सोच के कारण ग़ज़ल इस तरह इन दिनों जिंदगानी हुई।। ज्यों लहू से लिखी इक कहानी…
पार्टियों के शपथ पत्र में एक शपथ यह भी होनी चाहिए कि गांव को बंदर मुक्त बनाएंगे( हास्य व्यंगकार) …
रूकना नही है चल पड़े हैं अब कदम अब रुकना नहीं है हौसले मजबूत है हमारे रुकना नहीं है तूफानों …
हे समाज के ज्ञानी, विद्वान करो न्याय सबका समान, बिके हो कागज के टुकड़ों पर करते हो मानवता का अपम…
मैं तेरी सावित्री बनूँ,तू बन जा सत्यवान मेरा, मै दासी हूं प्रीतम की,तू बन जा भगवान मेरा... युग -य…
जेखर हिरदे मा, होथे दरद जीत इहाँ उँखरे होथे, तपत घाम मा महिनत करके भाग ला जे खुदेच पिरोथे।। वो…
देश विदेश से जन्मदिन की मिल रही शुभकामनाओं पर जताया आभार कलम का जादूगर कहें या शब्दों का शिल्पकार…
आओ ! देश के युवा आओ!देश के वीर युवा उठें जग में राणा की हुंकार भरें । शौर्य - शक्ति से विजय बनने …
नमन वंदन वंदन अभिनंदन नव वर्ष 2021 खिले स्वर्णिम रश्मियां, प्रगति की,,,,, हो ज्योत्सना सी, सुन…
प्रीत की रीत तेरी, मीत मेरे बहु निराली, तडपूं मै तेरी प्रीत में, बनके राधा रानी तेरी । कांपे है प…
नमस्कार मंच विषय :अश्रु क्यों बन रहा पानी विधा कविता शीर्षक :क्या पाओगे कूड़े के ढेर पर झूमर …
अश्रु क्यूँ बन जाता पानी ************************* नर जीवन की अजब कहानी । अश्रु क्यूँ बन …
नज़र मिला के देखो अब ज़ख़्म सब भुला के देखो, दुश्मन से हाथ मिला के देखो! हिल जाती है बुनियाद भी, …
नववर्ष के शुभ अवसर पर भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन नववर्ष-2021 के शुभ अवसर पर "सामयिक परिवेश बि…