व्यस्त रहते हो बहुत ,थोड़ा सा बात किया करो,
चाहे कितने भी दूर रहो , मुलाकात किया करो ।।
मेहनत के बदौलत, पहुंचो ऊंचाईयों पर
मगर अपनी मिट्टी को भी, याद किया करो।।
जाकर पूजा करते रहो, मंदिर मस्जिदों में लेकिन
जीते जी माँ बाप से भी, प्यार किया करो।।
कवि - भास्कर वर्मा
मगरलोड का डाकिया
8815636058
चाहे कितने भी दूर रहो , मुलाकात किया करो ।।
मेहनत के बदौलत, पहुंचो ऊंचाईयों पर
मगर अपनी मिट्टी को भी, याद किया करो।।
जाकर पूजा करते रहो, मंदिर मस्जिदों में लेकिन
जीते जी माँ बाप से भी, प्यार किया करो।।
कवि - भास्कर वर्मा
मगरलोड का डाकिया
8815636058
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कविता