मतदान हम करेंगे अधिकार है हमारा
खुद ही चुनेंगे खुद की सरताज आज हम
अपने लिए बनायेंगे अपनी ही सोच से
एक स्वच्छ सुंदरतम राज आज हम
अब राज तंत्र का नहीं जमाना है रहा
अन्याय का चलन न वो पुराना है रहा
राजा का पुत्र ही बनेगा राजा अब नहीं
उस रीति को जरूरी न निभाना है रहा
अब लोक तंत्र आया शक्ति पास है अपने
विकसित करेंगे अब नए अंदाज आज हम
मतदान------------------------------------
मनमानी करने वालों को आयेगा होश अब
जनता है जागरूक उसे आया जोश अब
देंगे उखाड़ भृष्टता की सारी सोच को
बरबाद हो सकेगा न जनता का कोष अब
बनने न देंगे राजनीति कोढ़ हम कभी
नेताओं को बनने न देंगे खाज आज हम
मतदान-----------------------------------
ताकत है क्या हमारी ये पहचान गए हैं
हम कौन हैं क्या हैं इसे भी जान गए हैं
शासक वो बनेगा जिसे जनता से प्रेम हो
ये बात हम दिलों में अपने ठान गए हैं
चलने न देंगे जुल्मो सितम बाहुबली के
आये हैं कमर कस के देखो *राज* आज हम
मतदान----------------------------------
ग़ज़लराज
राज शुक्ल नम्र
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कविता