“बजरंगबली का दिन आया है मंगलवार,
रामजी को प्रणाम भक्तों को नमस्कार।“
जब जब संकट आता है लोगों पर,
आप ही याद आते हैं हनुमान जी!
संकट मोचन है प्रभु नाम आपका,
लोगों की जान बचाते हनुमान जी!
जब जब संकट………..
पवनसुत, आप पवन से तेज चलते,
सबका ध्यान रखते हैं हनुमान जी!
जहां राम नाम कोई जपता जग में,
आप तुरंत जान लेते हैं हनुमान जी!
जब जब संकट………..
भूत, पिसाच निकट नहीं आते कभी,
ये डरते हैं सिर्फ आपसे हनुमान जी!
रामभक्त आपका बहुत आदर करते,
गदा आपकी पहचान है हनुमान जी!
जब जब संकट………….
युग बदला, लेकिन आप नहीं बदले हैं,
आप युग युग की शान हैं हनुमान जी!
कभी दिखते भक्तों को धरती पर आप,
कभी उड़ते, आसमान में हनुमान जी!
जब जब संकट…………..
कोरोना महामारी को भगाएं दुनिया से,
भक्त आपके परेशान हुए, हनुमान जी!
अपनी गदा चलाएं, विषाणु को मिटाएं,
लोगों में लौटाएं खुशी, हे हनुमान जी!
जब जब संकट……………
प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार/
नासिक (महाराष्ट्र)
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भक्ति गीत