परीक्षा
परीक्षा शब्द का अर्थ चुनौती भरा है,
जो हमारी योग्यता का मूल्यांकन करने के लिए निर्धारित समय में ज्ञान का आंकलन करती है।
जीवन भी एक बहुत बड़ा इम्तहान है। जीवन एक कला है, इसे जीने के लिए अनेक प्रकार की स्थितियों से होकर गुजरना पड़ता है।
स्कूल शिक्षा में शिक्षक एक निर्धारित पाठ्यक्रम सामग्री को लेकर विद्यार्थियों को पढ़ाते और समझाते हैं तथा साल भर पढ़ाने के बाद उन्ही पाठ्य सामग्री की परीक्षा लेते हैं । जो छात्र या छात्रा जितनी अधिक मेहनत करते हैं, विषय वस्तु को समझकर उसे अपनी परीक्षा कापी में लिखकर दे सकते हैं, वही परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।
आजकल को रो ना वायरस के कारण
स्कूल एवम कालेजों में पढ़ाई लिखाई ठप्प हो गई है। मोबाइल पर ऑन लाइन पढ़ाई लिखाई के प्रयास किए जा रहे हैं।
आगे चलकर इसके क्या परिणाम होंगे, यह तो समय ही बताएगा।
परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए तैयारी अच्छी तरह करनी चाहिए। स्थिर चित्त, धैर्यवान व शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना चाहिए ताकि बेहतर ढंग से परीक्षा में शामिल हो सकें।
हर मनुष्य को जीवन भर परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है। जन्म से मृत्यु पर्यन्त
आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सतत् प्रयत्न और परिश्रम करना पड़ता है।
प्रत्येक कार्य को गंभीरता पूर्वक और कुशलता के साथ निर्वाह किया जाना चाहिए।
परीक्षा शब्द दो शब्दों से बना है। पर+ईक्षा अर्थात् दूसरे की इच्छा। यदि परीक्षक अापके प्रदर्शन पर सन्तुष्ट है तभी आप परीक्षा में सफल रहेंगे।
परीक्षा के दो रूपों में लिखित और मौखिक परीक्षा विद्यमान हैं। साथ ही विज्ञान के छात्र/छात्राओं को प्रायोगिक परीक्षा भी देनी पड़ती है। भौतिकी रसायन व वनस्पति विज्ञान के लिए प्रायोगिक परीक्षा की तैयारी करनी पड़ती है।
नई शिक्षा नीति के तहत अब रोज़गार मूलक शिक्षा का विस्तार किया जा रहा है ताकि, प्रतिस्पर्धा के बीच यदि सरकारी नौकरी न मिलने पर निजी व्यवसाय के साथ स्वयं और परिवार का भरण पोषण
सुनिश्चित किया जा सके।
केवल किताबी ज्ञान के दिन अब लद गए हैं और अब व्यावहारिक ज्ञान अर्जन कर घर गृहस्थी, समाज व देश हित में विकास कार्य किया जा सके।
परीक्षा की सार्थकता तभी सिद्ध होगी। अस्तु।
स्वरचित एवम् मौलिक रचना
पद्म मुख पंडा ग्राम महा पल्ली जिला रायगढ़ छत्तीस गढ़ 496001
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