त्याग की प्रतिमूर्ति द्रोपदी मुर्मु “ पुस्तक में जयपुर की कवयित्री

“त्याग की प्रतिमूर्ति द्रोपदी मुर्मु “ पुस्तक में जयपुर की कवयित्री 
सुखमिला अग्रवाल भूमिजा की रचना को मिला स्थान

जयपुर राजस्थान

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के जीवन की सफलता की कहानी पर आधारित पुस्तक, 'त्याग की प्रतिमुर्ति द्रोपदी मुर्मू ' में जयपुर की कवयित्री सुख मिला अग्रवाल भूमिजा की रचना को स्थान प्राप्त हुआ है।इस उपलब्धी पर साहित्य जगत व इष्ट मित्रों ने उन्हें बधाईयां दी।
बता दें कि गीता श्री साहित्य परिषद ,कविवाणी कविता साहित्य मंच, एवं दीव्य प्रेरक कहानियां, के संयुक्त तत्वावधान में यह सांझा संकलन प्रकाशित हुआ है।
"त्याग की प्रतिमूर्ति द्रोपदी मुर्मू"पुस्तक महंत सतगुरु डा.नानकदास जी के मार्गदर्शन में लिखा गया।
इस पुस्तक का विमोचन सतगुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान बड़ी खाटू नागौर द्वारा दिल्ली के जनपद रैड स्थित डा.अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय हाल में भव्य स्तर पर हुआ है।
जयपुर की सुखमिला अग्रवाल'भूमिजा' हिंदी साहित्य की निरंतर सेवा कर रहीं हैं । उनके कई महत्वपूर्ण संकलन प्रकाशित हो चुके हैं। उनको की राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में शामिल होना उनके लिए बेहद गौरव की बात है।
इस पुस्तक के लिए की बड़े दिग्गजों के शुभकामना संदेश प्राप्त हुए हैं जिनमें परम आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का शुभकामना संदेश मिलना परम सौभाग्यशाली हैं।

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