कस्बे-कस्बे खुल गए अंग्रेजी स्कुल (आंग्लभाषा विद्यालय)

वैहदी काव्य कुंज उत्तर प्रदेश के तत्वधान में शुक्रवार को राष्ट्र स्तरीय काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों से उत्कृष्ट काव्य प्रेमियों व  रचनाकारों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ज्योति गुर्जर सिंह जी ने किया , कार्यक्रम का श्रीगणेश  व मंच संचालन सुश्री आराध्या अरु जी ने  अपने मधुर वाणी में की। कार्यक्रम में संस्थापक डॉ आशीष त्रिपाठी "अश्क " जी , उपाध्यक्ष श्री पुष्कर शुक्ला जी  एवं संयोजक श्रीमती शिवांगी मिश्रा जी ने भाग लेने वाली कवि और कवयित्रियों का उत्साह वर्धन किया। 
कवि गोष्ठी में भाग लेने वाले रचनाकारों में 

1-स्वाति सरू जैसलमेरिया 
अभिमान...जीवन के हर मोड़ पर त्यागे हम अभिमान को .. की शानदार पाठ किया।
2-कुमार निर्दोष दिल्ली 
3-सीता देवी राठी 
कूचबिहार पश्चिम बंगाल
4-आरती तिवारी सनत दिल्ली
5-शशि जैसवार नोएडा  मन मिले मंदिर मिले प्रीत उसी को कहते हैं का गायन किया 
6-आशुकवि प्रशान्त कुमार"पी.के.",
पाली हरदोई (उत्तर प्रदेश)
7-डॉ कुसुम चौधरी लखनऊ 
8- वीणा चौधरी (पश्चिम बंगाल)
9-बेवफा गाजीपुरी दिल्ली
10-रईस सिद्दीकी
11- अमन कुमार होली "पवित्र"
जिला:- साहिबगंज, झारखंड ने जय घोष करो नामक शीर्षक से अंतर्मन की दिव्य ज्योति से कर्मवीर नवीन काव्य गढ़ों का शानदार वाचन कर युवाओं व नवीन पीढ़ियों  को प्रेरित किया।
12-अनिल कुमार मंडल
13- अनिल विधार्थी (जख्मी)
14-सुश्री आराध्या 
15-बृंदावन राय सरल सागर एमपी,, कविता,,कस्बे कस्बे खुल गये अंग्रेजी स्कूल,।।
मुरझाने से रोकना ,तुम हिंदी के फूल।।
16- प्रो.मीना श्रीवास्तव "पुष्पांशी",ग्वालियर म.प्र.
17-सुश्री शान्वी'शानू
18- गीता पांडेय रायबरेली उत्तरप्रदेश
19- डी.ए.प्रकाश खाण्डे,अनूपपुर मध्यप्रदेश
20- रोहित दांगी,
बरखेड़ा कलां,
जिला- रतलाम,
(म.प्र.)
21- डॉ अर्पिता अग्रवाल मैं मिलूंगा तुम्हें वही प्रिये जाता हूं तुम्हें छोड़ प्रिये का वाचन किया
22- कलावती कर्वा षोडशकला
कूचबिहार पश्चिम बंगाल ने मौन की अनुभूति का शानदार पाठ किया
23-राजनरायन गुप्त "कैमी"
24- प्रशांत भदोरिया एडवोकेट चंबल की घाटी इटावा
25-जितेन्द्र परमार "जीत"
समदङी (बाङमेर) राजस्थान
26- अनूपसहर इंदौर
27- आकाश अग्रवाल भिंड मध्यप्रदेश
28-आयुष वर्मा , अयोध्या
29- मधु वैष्णव मान्या जोधपुर राजस्थान 
सभी काव्य प्रेमियों व हिंदी रचनाकारों ने अपनी अपनी उत्कृष्ट रचनाएं पेश की, और काव्य संध्या को सरस्वती आशीर्वाद से पूरित बनाया। इस पूरी काव्य गोष्ठी में मातृभाषा हिंदी से लेकर प्रेम व श्रृंगार रस की कविताओं के साथ-साथ ग्रामीण चौपालों से लेकर सियासी गलियारों तक की कविताएं पढ़ी गई । वहीं नवीन पीढ़ियों जीवन के मुकाम को हासिल करने के लिए ओज व वीर रस कविताओं का पाठ किया गया

कार्यक्रम में संस्थापक डॉ आशीष त्रिपाठी "अश्क " जी , उपाध्यक्ष श्री पुष्कर शुक्ला जी  एवं संयोजक सुश्री शिवांगी मिश्रा जी ने भाग लेने वाली कवि और कवयित्रियों का उत्साह वर्धन किया और अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अध्यक्षा ज्योति गुर्जर सिंह जी ने बताया कि इस समूह का उद्देश्य नवोदित रचनाकारों को मंच प्रदान कर राष्ट्रीय ख्याति दिलवाना है। साथ ही साथ नारी सशक्तिकरण कर महिला कवित्रीयों व साहित्य प्रेमियों को हिंदी जगत में प्रतिष्ठित होने के लिए राष्ट्रव्यापी काव्य आंदोलन खड़ी करनी है।
साभार:-वृन्दावन राय सरल
सम्पादन जितेंद्र परमार
(वैदेही काव्य कुंज सम्पादक )

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