जब तक मौत नहीं आयेगी तुमको मार ना पायेगा
घर की साफ सफाई रखो सेनेटाइजर मास्क लगाओ तुम
दो गज की सबसे दूरी रखो किसी के घर ना जाओ तुम
हैजा, प्लेग, पोलियो को भी तो तुमने मार भगाया है
कोरोना क्या करे तुम्हारा डरते डरते खुद आया है
इसकी खुद कुछ शक्ति नहीं चीन ने इसे पठाया है
भारत के मंत्रों की शक्ति देख ये खुद भी घबड़ाया है
खुद ये अन्तिम सांसें गिनता घायल होकर आया है
ऋषि, मुनियों की भक्ति देख भारत से ये घबड़ाया है
रात में हल्दी दूध पियो तुम काढ़ा सुबह और शाम
कोरोना पास नहीं आयेगा दूर से करे सलाम
कोरोना से बचने का है अच्छा यही उपाय
ध्यान लगा कर तुम भी पढ़ना कहैं पथिक कविराय
विद्या शंकर अवस्थी पथिक
कल्यानपुर कानपुर
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कविता