(१)
दो आने की बाँसुरी, सुर तेरा अनमोल!
अधर धरैं धनश्याम तो,प्रेम राग रस घोल!!
(२)
प्रेम राग अनमोल है, गा ले मनवा गीत!
सौ बातों की बात है,बन जा जग का मीत!!
(३)
बन जा जग का मीत तू , प्रेम करे संसार!
वाणी तेरी मधुर हो,खुशियों की आसार!!
*अदीक्षा देवांगन "अदी"*
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दोहा