जम्हूरियत की पुकार

सत्ताधारी सता रहे 
जनता का ख़ून चूस रहे 
मौन तुम्हारी कब टूटेगी
जब लूट जाएगी कौमें जम्हूरियत
वक्त है ;
सम्भल जाओ 
बदल दो ये सूरत-ए-हाल 
क्रांति की मशाल से 
बंद कमरों से बाहर निकलो 
इंकलाब का दम भरकर 

@जयहिंद 
कमलेश कुमार गुप्ता
aawaazehind 
आवाज़ ए हिन्द

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