माँ सुना है श्रृंगार , तेरा बिन हार।
तेरा मैं हार लाई हूँ,।।-2
कुमकुम की रोली में छुपा कर,
प्यार लाई हूँ।
पायल की झंकार, सुने संसार।
दे तेरा प्यार, मैं पायक का उपहार लाई हूँ।।-2 कुमकुम की रोली में छुपा कर प्यार लाई हूं।
मां दर्शन दे एक बार, करूं दीदार।
मां मेरी विनती कर स्वीकार।।-2
मैं गिनती का थाल लाई हूं,
कुमकुम की रोली में छुपा कर प्यार लाई हूं।
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कविता