होंगी खुशियाँ तुम्हारे साथ
प्रत्येक दिन को अच्छे से शुरू करो,
करो बस इस विश्वास के साथ।
के एकदिन तो मिलेगी और आएगी
कभी तो कामयाबी तुम्हारे हाथ।
रखोगे इरादे ग़र तुम अपने अटल,
कामयाबी फिर चूमेगी तुम्हारे कदम,
और सदा ही रहेगी वो तुम्हारे साथ।
तुम्हारी राह में कठनाईयाँ आएँगी बहुत
पर उन कठनाईयो से गुजरके ही,
पाओगे सदा तुम मंज़िल को हाथ।
ज़िन्दगी तो यारों कभी खत्म नहीं होती,
रोज़ नए ख्वाब बुनती और करती मुकम्मल,
फिर अगले ही दिन से यारों होती है,
हमारी एक नई ज़िन्दगी की शुरुआत।
ग़र मिले तुम्हें हमेशा ही हार ज़िन्दगी से,
तो निराश ना होना यारों तुम कभी भी
बस करना हमेशा एक छोटी सी कोशिश
तुम्हारी इस कोशिश से ही तो यारों
होगी हासिल सदा ही तुम्हें कामयाबी
और होंगी फिर खुशियाँ सदा तुम्हारे साथ
रौशनी अरोड़ा "रश्मि"
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कविता