Homeमुक्तक दोहा-मुक्तक byआवाज़-ए-हिन्द -April 13, 2021 नम:स्तुभ्यम, नमोस्तुतेमाँ दोहा, मुक्तकसिंहवाहिनी माँ जया, सरल मना शुचि रूप ।महाश्रया हे मालिनी, खिले शांति की धूप ।कठिन समय संबल सदा,प्राणों का आधार ।दुर्गा दुर्गतिनाशिनी , तू जग पालनहार ।।प्रमिला श्री 'तिवारी' Tags: मुक्तक Facebook Twitter