नारी का सम्मान जहाँ हो


 नारी का सम्मान जहाँ हो 

नारी का सम्मान जहाँ हो ।
धन -वैभव सद्ज्ञान वहाँ हो ।।
वात्सल्य उस घर छा जाये ।
ईश्वर ध्यान वहीँ बस पाये ।।
पुष्पित फल संज्ञान वहाँ हो।
नारी का सम्मान जहाँ हो ।।
जिस घर यज्ञ सदा सज जाता ।
कर्म सबल भाग्य बन जाता ।।
जीवन लय अरमान वहाँ हो ।
नारी का सम्मान जहाँ हो ।।
सावन बरसे फागुन रमता ।
मनभावन पावन भव क्षमता।।
देव -दृष्टि यश-गान वहाँ हो ।
नारी का सम्मान जहाँ हो ।।
वेद पुराण सार रघुराई ।
माता-बहिन सखी प्रभुताई।।
दया सृष्टि भगवान वहाँ हो ।
नारी का सम्मान जहाँ हो ।।
धरा मगन आकाश मगन हो।
मनउपवन अनुपम मधुवन हो।।
अनुज सखा धन-धान वहाँ हो।
नारी का सम्मान जहाँ हो ।।
डॉ अनुज कुमार चौहान "अनुज"
अलीगढ़ ,उत्तर प्रदेश ।

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