(हिंदू नव वर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं)
माता रानी शेरावाली तेरे दरबार में,
आज एक, भक्त आया है अंजाना।
भवानी, करता वह विनती एक तुमसे,
अपने चरण शरण में देना ठिकाना।
सारे जग का तू भाग्य संवारती माता,
इस बंदे को भी, रास्ता कोई दिखाना।
माता रानी…………….
जग की तुम हो माता, है आया जगराता,
कोई नहीं है जिसका, तुम हो उसकी माता।
खाली हाथ तेरे दर से, कोई नहीं है जाता,
जो सबका ठुकराया होता, पास तेरे आता।
अब तेरे चरणों में, जीना मरना है माता,
देवी तेरे चरणों से उसका, नाता है पुराना।
माता रानी……………
माता आदिशक्ति, भाती मन को तेरी भक्ति,
दिन हैं नवरात्रि के, मां कृपा अपनी बरसाना।
अपने लिए तो वह, बस तेरा चरण रज मांगे,
हाथ जोड़ता तेरे, सारे जग पर दया दिखाना।
कोरोना महामारी ने इस साल, बहुत सताया,
मां शेरावाली, इसे इस दुनिया से तू भगाना।
माता रानी…………….
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
जयनगर (मधुबनी) बिहार
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भक्ति गीत