देख!करोना बोल रहा है
मुबारक इलेक्शन का-रो-ना
हाँ!कोरोना बोल रहा हूँ।
बस नेता जी लिए अभी तो
अजी स्कूल में डोल रहा हूँ।
मैं कोरोना बोल रहा हूँ।
नेता जी के रैली ना-बा-बा
सत्ता गलियारे ना-बा-बा
कोचिंग स्कूल में हाँ-बा-बा
माँल बाजार जो हाँ-बा-बा
फिर से आकर बोल रहा हूँ
आम जनों को तोल रहा हूँ।
बस कोरोना बोल रहा हूँ।
सात बजे बाद चले,पकड़ो
बिना मास्क इधर-उधर,पकड़ो।
भीड़ जमा यत्र-तत्र ,पकड़ो
बंगाल चुनाव रोक,पकड़ो।
चुनाव कतई ना रोको जी
जोर-जोर से बोल रहा हूँ।
मैं कोरोना बोल रहा हूँ।
तुम मास्क लगाये फर्क नहीं
सनटाइजर किये फर्क नहीं।
तुम वैक्सीन लिये फर्क नहीं
तुम डिस्टेन्स रहे फर्क नहीं।
लीडर से जग डोल रहा है
भागा मैं हाँ-हाँ भागा मैं
देख करोना बोल रहा है।
धन्यवाद।
प्रभाकर सिंह
नवगछिया, भागलपुर
बिहार
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कविता