*जागो सारे मेरे दोस्तो तुम्हें जगाने आया हूँ*
*समाज के हक की लड़ाई लडने आया हूँ*
*लड़नी हमें लंबे लड़ाई हक दिलाने आया हूँ*
*जागो सारे मेरे दोस्तों तुम्हें जगाने आया हूँ*
*जागना हमें बंजारा समाज को एक करना है*
*पहले एक हो जाए सब ये नेक काम करना है*
*मैं नेक काम करता हूँ और करवाने आया हूँ*
*जागो सारे मेरे दोस्तों तुम्हें जगाने आया हूँ*
*उठो आंखें खोलो लड़ना है समाज के लिए*
*अपना हक पाना है हमें लड़ो समाज के लिए*
*तुम लड़ो मिलकर साथ में मैं लड़ने आया हूंँ*
*जागो सारे मेरे दोस्तों तुम्हें जगाने आया हूँ*
*कलम हाथ में मेरे इतिहास लिखने आया हूँ*
*बंजारा हूं मैं जात का समझाने आया हूँ*
*मैं महेश राठौर के आगे बंजारा लिखवाया हूँ*
*जागो सारे मेरे दोस्तों तुम्हें जगाने आया हूँ,,*
🇮🇳
*बंजारा महेश राठौर सोनू*
*गाँव राजपुर गढ़ी जिला मु 0नगर*
Tags:
कविता