स्वर सम्राट मुहम्मद रफी साहब के जन्मदिन पर सभी संगीतप्रेमियों को हार्दिक बधाई इस अवसर पर उनके सम्मान मे रचना प्रस्तुत कर रहा हूँ
मुहम्मद रफी
जिसकी मखमली थी आवाज
दमदार थी उनकी आवाज
सुरों के वो थे सरताज
अपनी खनकती आवाज से जनता के दिलों पर किया राज
मुहम्मद रफी साहब हमें याद आते हैं आज
कोटला सुल्तान सिंह (जिला अमृतसर) उनका जन्मस्थान
हाजी अली मोहम्मद की प्रतिभाशाली संतान
बचपन से ही गायकी की और था रूझान
ईश्वर प्रदत्त कला बनी उनकी सशक्त पहचान
एक फकीर के गायन से हो कर प्रभावित
गायकी की और दिया ध्यान
13 वर्ष की आयु मे पहली बार मंच पर गाना गाया
श्रोताओं पर अपनी आवाज का जादू चलाया
अपनी गायकी का परचम फहराया
संगीतकार शयाम सुंदर ने अपनी पंजाबी फिल्म
गुल गलोच मे गाना गवाया
इन के गानों ने हिन्दी फिल्मी दुनिया में तहलका मचाया
संगीतकार नौशाद ने अपनी फिल्म पहले आप मे गाना गवाया
अनमोल घड़ी फिल्म से रफी साहब की बनी पहचान
बैजू बावरा फिल्मों के गानों ने उन्हें लोकप्रिय बनाया
हर संगीतकार ने उन्हें अपनी फिल्मों मे गवाया
ओपी नैय्यर एस डी बर्मन शंकर जयकिशन ने
उनकी आवाज को उच्च मुकाम दिलाया
रफी साहब ने 26000 हजार गीत गाने का इतिहास रचाया
हर अभिनेता के लिए गाना गाया
उसे लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचाया
अपनी गायकी का विश्व मे लोहा मनवाया
रफी साहब थे सरल सच्चे इंसान
जिनका था मुसल्ला ईमान
नम्रता, दरियादिली हंसमुख चेहरा इनकी सशक्त पहचान
हर कलाकार का वो करते थे सम्मान
छह बार मिला फिल्मफेयर पुरस्कार
पद्मश्री मिला सरकारी पुरस्कार
भारत रत्न से वंचित रखा जिसके थे वो असली हकदार
श्रोताओं का मनोरंजन किया अपनी गायकी से बार बार
देश प्यार भक्ति रस वीर रस श्रंगार रस हर विधा के गीत गा कर
भारतीय संगीत का नाम रौशन किया
हे स्वर सम्राट तुम्हें प्रणाम
संगीत को दिए नए आयाम
जब तक सूरज चाँद रहेगा
रफी साहब आपका नाम रहेगा
अशोक शर्मा वशिष्ठ
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कविता