आज देश की प्रथम महिला शिक्षक और महिला आंदोलन की सूत्रधार और क्रांतिज्योति और समाज सुधारक सावित्रीबाई फूले की जयंती पर नमन और समस्त भारतीयों को हार्दिक बधाई इस अवसर पर उन का काव्यात्मक परिचय प्रस्तुत है
सावित्रीबाई फुले
महिला अस्मिता की आन बान और शान
राष्ट्र की प्रथम महिला शिक्षिका होने का पाया मान
महिलाओ के सशक्तिकरण और शिक्षित बनाने मे दिया सराहनीय योगदान
सावित्रीबाई फुले हैं इस महान आत्मा का नाम
नायगांव (जिला सतारा महाराष्ट्र) इन का जन्मस्थान
पिता ख॔डौसी ने नेवसे माता लक्ष्मीबाई की विलक्षण संतान
बचपन से ही कुशाग्र और ज्ञानवान
पढ़ाई की ओर रूचि और रूझान
नौ वर्ष की अल्प आयु मे ज्योतिराव फुले से विवाह हुआ
विवाह के बाद ससुराल मे प्रारंभिक ज्ञान प्राप्त किया
पति ने उन को शिक्षित करने मे सहयोग प्रदान किया
पति के साथ मिलकर शिक्षा क्षेत्र मे सराहनीय योगदान दिया
अमरीकी शिक्षण संस्थान सिंथिया फरार और पूणे के शिक्षण संस्थान मिच्छल स्कूल से प्रशिक्षण प्राप्त किया
महिलाओ को शिक्षित करने मे अथक परिश्रम किया
महिलाओ को शिक्षा के लिए प्रेरित और शिक्षित किया
महिलाओं के लिए 18 स्कूलों को स्थापित किया
पुणे मे पहला स्कूल किसान स्कूल स्थापित किया
अपनी छात्रा फातिमा शेख के साथ मिलकर मुस्लिम महिलाओ को शिक्षित करने पर काम किया
उस्मान शेख के घर स्कूल को स्थापित किया
फातिमा शेख के साथ मिलकर मुस्लिम महिलाओ को ज्ञान प्रदान किया
रूढ़िवादियों को इन का काम रास न आया
इन के काम का विरोध किया
कभी पत्थर फेंककर ,कभी कीचड़ फैंका ,कभी गोवर फैंक कर घटिया मानसिकता का परिचय दिया
इन्होने किसी प्रकार की परवाह न करते हुए मिशन पर कार्य किया
समाज सुधारक के रूप मे अहम योगदान दिया
समाज मे व्याप्त अंधविश्वास और कुरीतियों का विरोध किया
जातपात का विरोध किया
अंतर्जातीय विवाह का समर्थन किया
विधवा महिलाओ के हित मे काम किया
पूणर्विवाह का समर्थन किया
समाज मे व्याप्त रूढ़ियों का डटकर विरोध किया
समाज के ठेकेदारों पर करारा प्रहार किया
एक विधवा महिला को आत्महत्या करने से रोका
उस के बेटे को बचाया उसे अपनाया
साहित्य के क्षेत्र मे उल्लेखनीय योगदान दिया
अनेक साहित्यिक कृतियों का सृजन किया
काव्य फुले ,बावन काशी और अनेक काव्य संग्रह का लेखन किया
अपनी रचनाओ मे शिक्षा के महत्व पर जोर दिया
समाज मे बुराइयों का प्रतिकार किया
हे भारत की नंदनी आप को शत शत प्रणाम
आप की सेवाओ को राष्ट्र का सलाम
राष्ट्र हित मे सदा किए काम
रचे कई नए कीर्तिमान
अशोक शर्मा वशिष्ठ
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कविता