आज बच्चों के मसीहा, समाज सुधारक ,साहित्यकार और नोबेल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी के जन्मदिन की समस्त भारतीयों को हार्दिक बधाई इस अवसर पर इन का काव्यात्मक परिचय प्रस्तुत है
कैलाश सत्यार्थी
विश्व के तिरासी हजार बच्चों के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए काम किया
हर बेसहारा बच्चे को पिता समान प्यार दिया
बाल तस्करी ,बाल शोषण और दासता का विरोध किया
कैलाश सत्यार्थी है इस महान व्यक्तित्व का नाम जिस ने बच्चों के हित के लिए निस्वार्थ काम किया
विदिशा (मध्य प्रदेश ) है इन का जन्मस्थान
पिता राम प्रसाद शर्मा माता चिरोंजी की विलक्षण संतान
बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि और ज्ञानवान
माता जी से ग्रहण किए धार्मिक संस्कार और अध्यात्मिक ज्ञान
कैलाश शर्मा है इन का वास्तविक नाम
स्वामी दयानंद सरस्वती से प्रेरणा पाई उन की पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश से प्रभावित हो कर अपनाया सत्यार्थी का उपनाम
खूब प्रचलित हुआ यह उपनाम
सरकारी हाईस्कूल विदिशा से स्कूली शिक्षा पाई
मुहल्ले के मौलवी से उर्दू सीखा और बिषय मे दक्षता पाई
सम्राट अशोक प्रौद्योगिक संस्थान विदिशा (बरकतुल्ला विश्वविद्यालय) से विद्युत इंजीनियरिंग की उपाधि पाई
भोपाल मे विद्युत इंजीनियर की नौकरी पाई
बच्चो के प्रति समर्पित भाव की बजह से आकर्षक नौकरी ठुकराई
बच्चों के कल्याण हेतू जीवन को समर्पित किया
बचपन बचाओ आंदोलन संगठन को स्थापित किया
अनाथ और बेसहारा बच्चे को सहारा प्रदान किया
बच्चो की समस्याओ को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उजागर किया
बालश्रम और बाल शोषण के विरुद्ध तीस हजार किलोमीटर विरोध मार्च का नेतृत्व किया
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने इन की मांगों को स्वीकार किया
गुडवीव नामक संगठन का गठन किया
बच्चों की दासता शोषण और बाल मजदूरी का विरोध किया
बंधुआ मजदूर मोर्चा के महासचिव के पद पर कार्य किया
अनेक उद्योग के परिसरों मे छापामारी कर के बंधुआ मजदूरों को मुक्त किया
पत्रकारिता क्षेत्र मे महत्वपूर्ण योगदान दिया
आर्य समाज द्वारा संचालित जनज्ञान पत्रिका मे स्तंभ लेखन किया
समाज मे व्याप्त अंधविश्वास और रूढ़ियों पर करारा प्रहार किया
संघर्ष जारी है पत्रिका का संपादन किया
पत्रिका मे असहाय, दबे कुचले और गरीब वर्ग की कठिनाईयों को प्रकाशित किया
साहित्य क्षेत्र मे सराहनीय योगदान दिया
अपनी कविताओ मे बच्चो की दुर्दशा का सटीक वर्णन किया
काव्य संग्रह चलो हवाओं का रूख मोड़ें का सृजन किया
अनेक पुस्तकों का लेखन किया
समाज सुधारक के रूप मे उल्लेखनीय योगदान दिया
नारियों के बलात्कार पर कठोर कार्रवाई को लेकर देशव्यापी मार्च का आयोजन किया
सरकार को बलात्कार पर कठोर कानून बनाने पर विवश किया
शिक्षा के क्षेत्र मे अनुपम योगदान दिया
देश मे बच्चों के लिए अनेक स्कूलों को स्थापित किया
यतीम और वंचित वर्ग के बच्चो को निशुल्क शिक्षण प्रदान किया
वैश्विक शिक्षा अभियान के अध्यक्ष पद पर कार्य किया
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाऊँडेशन का गठन किया
जीवन मे प्राप्त किए अनेक पुरस्कार
विश्व प्रसिद्ध नोबेल पुरस्कार, अमरीका की अशोक फैलोशिप सदस्य सम्मान गोल्डन फ्लैग सम्मान
जर्मन का आचेनर अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार
अमरीका का ट्रैमेपटर पुरस्कार, राबर्ट एफ केनेडी मानवाधिकार पुरस्कार
मदर टेरेसा पुरस्कार, जर्मन का फ्रेडरिक एवर्ट स्टिचूंग पुरस्कार
अमरीकन का लोकतंत्र रक्षक पुरस्कार, मुक्ति पुरस्कार
स्पेन का अल्फांसो कामिन अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार
हार्वर्ड विश्वविद्यालय पुरस्कार, पी सी चंद्र पुरस्कार
संतोखवा मानवतावादी पुरस्कार, वार्कहार्ट फाउंडेशन लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार
अमरीकन वालेनवार्ग पदक ,इतालवी सीनेट का स्वर्ण पदक
अनेक विश्वविद्यालय ने मानद उपाधियों से सम्मानित किया
एलायंस विश्वविद्यालय ने पी एच डी की मानद उपाधि से विभूषित किया
एमिटी विश्वविद्यालय गुड़गांव ने डाक्टरेट की मानद उपाधि से अलंकृत किया
जयपुर के जयश्री पेरिवाल इंटरनल स्कूल मे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड कायम किया
हे भारत के लाल आप को शत शत प्रणाम
आप की उपलब्धियों पर हर देश वासी पर है मान
विश्व मे रचे कई कीर्तिमान ,सदा रहो पाते रहो यश और मान
सदैव प्रगति के पथ पर अग्रसर हो हमारा हिंदुस्तान
अशोक शर्मा वशिष्ठ
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कविता