मुल्क हमारा भक्तों का है
आंधी आवे या तूफान।
डटा रहेगा हिंदुस्तान।।
खाट खड़ी होगी दुश्मन की।
जाएगा वह कब्र - मसान।।
उरियाही करते रहते हैं।
धूर्त चीन व पाकिस्तान।।
दुनियाभर को भ्रमित कर रहा।
कितना झूठा है बेईमान।।
नीयत दोनों की खराब है।
बंटा रहा है केवल ध्यान।।
व्याख्या गलत कर रहे द्रोही।
खोल रहे गीता - कुरान।।
रखते हैं प्रचंड शक्ति हम।
तोड़ेंगे उनका अभिमान।।
तिरंगा ऊंचा रहे हमारा।
बढ़ती रहे हमारी शान।।
तुम्हें जला कर रख देंगे हम।
बच्चा - बच्चा है हनुमान।।
मुल्क हमारा है भक्तों का।
अल्ला , ईसा , औ भगवान।।..."अनंग "
Tags:
कविता