आज देश के जांबाज सेनानी और परमवीर चक्र से अलंकृत वायुसेना के एकमात्र अधिकारी फ्लाइंग अफसर निर्मलजीत सिंह सेखों के जन्मदिन पर समस्त भारतीयों को हार्दिक बधाई इस अवसर पर मै उनके सम्मान मे काव्यात्मक परिचय देना चाहता हूं
निर्मलजीत सिंह सेखों
भारत का जांबाज सिपाही
1971 के युद्ध मे अद्भुत वीरता दिखाई
पाकिस्तानी वायुसेना को धूल चटाई
इस युद्ध मे उन्होने वीरगति पाई
निर्मलजीत सिंह सेखों है इस वीर का नाम
देश की खातिर हुए कुर्बान
हस हस कर पिया शहादत का जाम
गांव रुरका (जिला लुधियाना) उनका जन्मस्थान
पिता त्रिलोक सिंह सेखों की बहादुर संतान
बचपन से मेधावी गुणी और प्रतिभावान
बचपन से ही देश प्रेम की ओर रहा रूझान
लुधियाना से शिक्षा पाई
वायुसेना उन के मन को भाई
1967 मे वायुसेना मे पायलट अधिकारी के पद पर नियुक्ति पाई
अपनी कार्य कुशलता के बूते पर फ्लाइंग अफसर की पदोन्नति पाई
पाकिस्तान ने तीन दिसम्बर 1971 को भारत के विरुद्ध छेड़ी लड़ाई
11 हवाई अड्डों पर आक्रमण किया
देश की वायुसेना ने पाकिस्तान के दुस्साहस का करारा जवाब दिया
निर्मलजीत सिंह सेखों ने भी इस युद्ध मे भाग लिया
अपने अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया
पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को ध्वस्त किया
पाकिस्तान के अनेक लड़ाकू विमानो को नष्ट किया
पाकिस्तानी वायुसेना का डटकर मुकाबला किया
पाकिस्तानी विमानो द्वारा घेरे जाने के बावजूद भी वीरता का परिचय दिया
गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के शब्द अत ही रण मे तब जूझ मरूं का अनुसरण किया
लड़ते हुए अपने जीवन को वार दिया
भारत सरकार ने आपकी वीरता का सम्मान किया
सेना के सर्वोच्च अलंकरण परमवीर चक्र से सम्मानित किया
वायुसेना के इस सम्मान से सम्मानित होने वाले एकमात्र अथिकारी होने का मान प्राप्त किया
हे परम योद्धा तुम्हारी बलिदान को सलाम
तुम्हारा अनुपम यह बलिदान
याद रखेगा हिन्दोस्तान
सदा अमर रहेगा आप का नाम
हर भारतीय को आप के बलिदान पर गर्व और गुमान
अशोक शर्मा वशिष्ठ
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कविता