उत्तर प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा बंजारा समाज को नहीं करना चाहिए अनदेखा आजादी के बाद से अब तक किसी भी पार्टी ने बंजारा समाज के साथ राजनीतिक भागीदारी नहीं निभाई है बंजारा समाज भी राजनीति में आना चाहता है सभी राष्ट्रीय पार्टी पहल करें और ज्यादा से ज्यादा अगले चुनावों में टिकट दे
देशभर में फैले बंजारा समाज की जनसंख्या लगभग 10 करोड से भी ऊपर है जिसमें की देश के सबसे बड़े प्रदेश (जनसंख्या के आधार पर) उत्तर प्रदेश में लगभग बंजारा समाज की जनसंख्या लगभग आज की तिथि में 2 करोड़ है लेकिन आजादी के बाद से अब तक भी किसी बड़ी राजनीतिक पार्टी ने बंजारा समाज को राजनीतिक साझेदारी में नहीं जोड़ा है अर्थात इतनी बड़ी जनसंख्या होने पर भी अब तक किसी राष्ट्रीय पार्टी ने किसी भी तरह के चुनाव में बंजारा समाज को कोई टिकट नहीं दिया है यह बात अब बंजारा समाज को भी चुभने लगी है और बंजारा समाज भी चाहता है कि उसकी भी सरकार में साझेदारी हो जिससे कि समाज को नई दिशा मिल सके बंजारा समाज में भी अनेक पढ़ी-लिखी प्रतिभाएं हैं
और और बंजारा समाज के प्रतिभाए लगातार नित नए आयाम छू रही है मुजफ्फरनगर से सुप्रसिद्ध साहित्यकार अनेक साहित्यिक पुरस्कारों से अलंकृत देश के जाने माने कवि बंजारा महेश राठौर सोनू ने बंजारा समाज के युवाओं से आह्वान किया है कि वे राजनीति में अपनी भूमिका निभाने के लिए आगे आए और सब एकजुट होकर रहे जो पार्टी हमे मान सम्मान देगी हम उसी पार्टी को सपोर्ट करेंगे
साथ साथ महेश राठौर सोनू ने देशभर में फैले बंजारा समाज के अनेक संगठनों को भी रद्द कर कर एक संगठन बनाने पर जोर दिया जिससे कि समाज की एकता को बल मिले
अंतर्राष्ट्रीय रचनाकार बंजारा महेश राठौर सोनू की कलम से
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