जो न माने सयानो की सीख ,ले कटोरा मांगे भीख !-----विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल /पुणे
कुछ लोग जो ज्यादा जानते हैं ,इंसान को कम पहचानते हैं .
केंद्र और भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों की स्थिति धृतराष्ट्रों को नही दिखाई दे रही हैं वे दिन रात ऑक्सीजन ,वेंटिलेटर .इंजेक्शन ,बिस्तर ,दवाइयों के लिए सहयोग की भीख मांग रहे हैं यानी पराधीनता से गिड़गिड़ा रहे हैं .मनपसंद सरकार यानी मध्य प्रदेश सरकार आज सेना के सहयोग बावत प्रधान सेवक और सेना मंत्री को पत्र लिखा हैं की हमें मिलिट्री हॉस्पिटल मे कोविड हॉस्पिटल बनाने की स्वीकृति दें .
पूरे देश के बारे में नही कह सकता पर मनपसंद सरकार के मुखिया माननीय शिवराज की विपदा को देखो समझो .दिन रात मरीज़ मर रहे हैं ,बिस्तर की कमी एक बिस्तर पर दो दो मरीज़ इलाज़ ले रहे ,ऑक्सीजन की कमी से मर रहे ,ब्लैकमेलिंग हो रही दवाओं की ,बिस्तर की मारा मारी ,खुद केंद्रीय मंत्री वी के सिंह बिस्तर पाने कलेक्टर से भीख मांग रहे ,दूसरी ओर प्रधान सेवक और घरेलु मंत्री बहुत बड़ी संख्या मे भीड़ इकठ्ठी कर चुनाव मे व्यस्त हैं और कुम्भ मेले से संक्रमण बढ़ रहा हैं .और तो और जब घर के अंदर मानव सुरक्षित नही हैं तो ऐसी अवस्था मे इतना बड़ा संगीन अपराध कर रहे जिम्मेदारों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज़ होना चाहिए .
डॉक्टर हर्षवर्धन को क्या देश मे फैले संक्रमण का कोई इल्म नही ,क्या वे भी बेहोशी मे हैं ,उनको भी पद की मदांधता आ गयी हैं .आज सत्ता पर बैठे हैं को बहुत अक्ल आ गयी ,अक्लमंद हैं या अक्लबंद .एक तो प्रधान सेवक कम्बख्त हैं यानी उनके पास वक्त कम हैं इसलिए कमवक्त हैं .जिनको चुनाव जीतने के अलावा कोई काम नही .हमें ऐसा प्रधान सेवक चाहिए जिनमे ये गुण हो ---
१ उसे जनता से झूठ नही बोलना चाहिए .
२ उसे करुणा प्रधानी के साथ मित्रवत होना चाहिए .
३ उन्हें समय समय पर पत्रकार वार्ता का सामना करना चाहिए .और ज़िम्मेदारी से प्रश्नो का जबाव देना चाहिए .
४ प्रतिक्रियायों का सामना करने का साहस बुद्धिजीवियों और जनता का होना चाहिए
५ भविष्य के साथ विवेक से योजनाए बनाए .
५ कम पढ़े लिखे होने से किसी भी निति और योजनाओं मे विशेषज्ञों का सलाह लेना चाहिए जिससे असफलता न मिले .
६ व्यक्तिगत प्रसिद्धता और अपनी लोकप्रियता के अलावा जमीनी विकास पर ध्यान होना आवश्यक हैं .
7 एकीकृत और सामूहिक कार्य शैली के लिए राज्यों और अपनी खुद की संसाधनों का उपयोग करने मे रूचि ले .
प्रधान सेवक की योग्यता सन्देश रहित होना चाहिए .क्योकि अध् घर घघरी छलकत जाए
वर्तमान मे जो नेता देश सेवा मे लगे हैं उनके कारण देश विनाश की ओर जा रहा हैं उनको पदमुक्त होना चाहिए
डॉक्टर मनमोहन सिंह जी ने क्या गलत सुझाव दिए --
१ वैक्सीन प्राप्त करने के आदेश एडवांस मे दिए जाए
२ राज्य स्तर पर स्वास्थय सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं का विशेष ध्यान रखा जावे
३ जो वैक्सीन निर्माताओं को सुविधाएँ और छूट दी जाए
४ वैक्सीन निर्यात पर प्रतिबन्ध होना चाहिए पहले देश की पूर्ती हो
५ केंद्र सरकार अपने पास १०% वैक्सीन इमरजेंसी के रखे ुर ९०% राज्यों को बिना भेदभाव को प्रदाय किया जाय .
इस पर डॉक्टर हर्षवर्धन ने बहुत कड़ा जबाव दिया ,यानी हर्षवर्द्घन सत्ता नशीन होने से बहुत विवेक और ज्ञानी हो गए जिसके प्रमाण पूरे मीडिया और समाचार पत्रों का अवलोकन करे ,इस समय पूरी सरकार मूक बधिर के साथ बुध्धिहीन हो चुकी .यदि पहले से तैयारी की गयी होती तो आज ऐसी विकट स्थिति से देश को न झूझना पड़ता .
जाकें पाँव न फाटे बिवाई वो का जाने पीर परायी .
आज पद विहीन होकर सामान्य नागरिक बनकर
भटको जब समझ मे आएगा मौत क्या होती हैं
वैसे कोई भी लोहे का नही बना जैसे पटेल साहब
जिस दिन होंगे उस दिन यमराज का पाश से बचना नामुमकिन
ये पद अस्थायी हैं पर मानवता स्थायी होती हैं
सलाह को प्रतिष्ठा मानकर घमंड करना ठीक नही
रावण जैसे अपने घमंड के कारण नेस्तनाबूद हुए
तुम किस खेत की मूली हो .
सब पर्ते /कलई खुल चुकी हैं
विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन ,संरक्षक शाकाहार परिषद् A2 /104 पेसिफिक ब्लू, नियर डी मार्ट ,होशंगाबाद रोड, भोपाल 462026 मोबाइल 09425006753
सी ३/५०४ कुंदन एस्टेट कांटे बस्ती पिम्पले सौदागर पिम्पले सौदागर पुणे 411027
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