परिचय --अनुजयी दोहे

परिचय --अनुजयी दोहे 

पुष्प बरौठा बाग का ,अमरौली माँ छाँव ।
गीतों की महफिल सजे,गजल गूंजती गाँव ।।✍🏽
ताला रँग तालीम के,जलें दीप अविराम ।
अनुज मनुज समरूप जग,नगर अलीगढ़ धाम ।।✍🏽✍🏽
डॉ अनुज प्रताप सिंह चौहान "अनुज " अलीगढ़, उत्तर प्रदेश।

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