राष्ट्रहित में अतुल अनूठी जिनकी भक्ति अनन्य।स्वामी विवेकानंद जी को कोटिशः शुचि नमन।

भारतीय युवा दिवस
  
स्वामी विवेकानंद जी को कोटिशः----

राष्ट्रहित में अतुल अनूठी जिनकी भक्ति अनन्य।
स्वामी विवेकानंद जी को कोटिशः शुचि नमन।

महा विचारक सन्त महापुरूषअवनी परआये थे।
12 जनवरी 1863 में जन्म बंगाल में पाये थे।
पिता श्री विश्वनाथ दत्त जी फूले नहीं समाये थे।
बचपन में प्यार से नरेन्द्र नाथ कहलाये थे।

प्रबल शक्ति तीव्र बुध्दि प्यारा था हिन्द वतन।
स्वामी विवेकानंद जी को कोटिशः शुचि नमन।

उनकी लिखी किताबें सत्य पथ सदा दिखाती।
जन मानसको अध्यात्म देशप्रेम शुभ सिखलाती। 
जननायक थे धर्म प्रहरी सबके थे भाग्य विधाता।
12 जनवरी प्रतिवर्ष युवा दिवस मनाया जाता।

धन्य माता - पिता जन्म भूमि जन्म गाँव धन्य।
स्वामी विवेकानंद जी को कोटिशः शुचि नमन।

तीन वर्षो अमेरिकामें तत्वज्ञानकी ज्योति जलाये।
रामकृष्णजी परमहंस के मिशन को आगे बढ़ाये।
उठो जागो रूको नहीं लगाये थे पावन नारा-
04 जुलाई 1902 को स्वामी जी प्राण गँवाये।

आज बिलखता रोता पावन यह भारती चमन।
स्वामी विवेकानंद जी को कोटिशः शुचि नमन।

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बाबूराम सिंह कवि
बडका खुटहाँ, विजयीपुर
गोपालगंज(बिहार)841508
मो॰ नं॰ - 9572105032
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