कुल मिलाकर जहां प्रदेश के पांच राज्यों में चुनाव होने हैं ऐसे वक्त में केन्द्र सरकार ने जो बजट जारी किया है । लोगों में उसकी मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है । जहां जीवन की आवश्यकता को देखते हुए ज़रुरी वस्तुओं में छूट प्रदान की गई है तो वहीं अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने पर पूरा बल दिया गया है ।आज के परिप्रेक्ष्य में गौर किया जाए तो सबसे महत्वपूर्ण तथ्य इस बात पर निर्भर करता है कि देश का अधिकांश हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करता है । जहां गरीब और अमीर वर्ग में असंतुलन बढ़ता चला जा रहा तो वहीं आम जनता को कहीं न कहीं जीवन सम्बंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है ।इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवा को सुदृढ़ करने के साथ ही बदहाल होती शिक्षा व्यवस्था पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है ।तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए महत्वपूर्ण क़दम उठाने की बात कही गई है । जिसमें युवाओं को रोजगार और कृषि शिक्षण संस्थानों के सुदृढ़ीकरण और उनके प्रसार पर बल दिया गया है । ऐसे समय में आम बजट 2022-23 भारतीय जनता पार्टी के लिए एक अमृत संजीवनी के रूप में भी सिद्ध हो सकता है ।
आज विशेष रूप से स्वरोजगार के संसाधनों को बढ़ाने की आवश्यकता है तो वहीं इस बात पर भी विशेष करने वाली बात है कि देश की बाहरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया जाये ।इस बात को समझते हुए सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर विशेष बल दिया गया है ।
तो वहीं कारपोरेट जगत के लिए सुविधाएं मजबूत करने पर विशेष बल दिया गया है ।देखा भी जाये तो जितना कारपोरेट जगत मजबूत होगा रोजगार के उतने ही अवसर अधिक श्रजित होंगे ।आज विशेष रूप से स्वदेशी कम्पनियों के उत्थान पर विशेष बल दिए जाने की आवश्यकता है ।आज जिस प्रकार देश में विदेशी कम्पनियों का दबदबा बढ़ता चला जा रहा है तो वहीं स्वदेशी कम्पनियों को विशेष रूप से बल प्रदान किए जाने की आवश्यकता है । जिससे एक बड़ा व्यापारिक संतुलन बना रहे । तो वहीं विदेशी निवेश को आकर्षित करने की भी आवश्यकता है । पांच मिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कारपोरेट जगत को उन्नत करने की आवश्यकता है तो वहीं हमें क़ृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने की सबसे बड़ी आवश्यकता है ।जिस प्रकार से युवाओं का लगातार कृषि क्षेत्र से लगातार मोह भंग हो रहा है ।तो वहीं बढ़ती हुई जनसंख्या भी रोजगार के लिए एक बड़ी आफ़त बनकर उभर रही है । विशेष रूप से आज जनसंख्या नियंत्रण कानून के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है । सरकार यदि जनसंख्या नियंत्रण कानून को कड़ाई लागू कर युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में यदि कामयाब होती है तो हम आने वाले समय में हो सकता है पांच के बजाय सात मिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था भी बना सकते हैं ।
मनुष्य जीवन की कुछ महत्वपूर्ण है स्वास्थ्य, भोजन, पानी, मकान और शिक्षा एवं रोजगार यदि सरकार इन आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम सिद्ध हो जाती है तो हम एक बहुत बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभर सकते हैं । सबसे बड़ी चुनौती इस बात की है हमें सबसे पहले युवा वर्ग की मानसिकता को समझते हुए उनके रोजगार के अवसरों को पैदा करना होगा । युवा वर्ग को हस्त कौशल में दक्ष करना होगा चीन जैसी अर्थव्यवस्था से हमें शिक्षा लेते हुए टैक्नोलॉजी को उन्नत करने की दिशा में विशेष प्रयास करना होगा । कृषि सुधार के लिए विशेष प्रयास करने होंगे तो वहीं हमें कृषि क्षेत्र क एक बड़े व्यापारिक रूप देने की आवश्यकता है । जितना अधिक कृषि क्षेत्र मजबूत होगा उतना ही अधिक कारपोरेट जगत भी मजबूत होगा । यदि कृषि क्षेत्र में विशेष सुधार किए जाते हैं एक फसली खेती की जगह बहु फसली खेती के प्रोत्साहन पर ध्यान दिया जाये ।
कुल मिलाकर बजट में जिस प्रकार से सुधारों पर बल दिया गया है ।यह सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना में मील का पत्थर साबित होगा ।
जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम
चन्द्र शेखर शर्मा मार्कंडेय जनपद अमरोहा उत्तर प्रदेश
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