Homeमुक्तक शशि byआवाज़-ए-हिन्द -August 30, 2022 चाहतों की चाह में मिलेंगे दो नयन प्रेम के निबाह में मिलेंगे दो नयन आप जब भी लौट के आओगे द्वार पर राह तकते राह में मिलेंगे दो नयनShashi Tags: मुक्तक Facebook Twitter