तोरे कोरा मा सबला
बड़ दुलार मिले हे,
सुघ्घर सुघ्घर इहाँ
घर दुवार मिले हे
लहरावत रहिथे पेड़ के पाना
देथे एहर सबला दाना,
सबो के इहाँ पियास बुझाके
झरना गावत रहिथे गाना
धरती जइसे दाई
अउ ददा असन अगास मिले हे,
तोरे कोरा मा, सबला
बड़ दुलार मिले हे......
कवि - भास्कर वर्मा
बड़ दुलार मिले हे,
सुघ्घर सुघ्घर इहाँ
घर दुवार मिले हे
लहरावत रहिथे पेड़ के पाना
देथे एहर सबला दाना,
सबो के इहाँ पियास बुझाके
झरना गावत रहिथे गाना
धरती जइसे दाई
अउ ददा असन अगास मिले हे,
तोरे कोरा मा, सबला
बड़ दुलार मिले हे......
कवि - भास्कर वर्मा
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कविता