*समाज के जिम्मेदार लोगों को समझनी चाहिए अपनी सामाजिक जिम्मेदारी*
आज के राजनीतिक दौर में जिधर भी नजर जायेगी आपको हर मोहल्ले गली में कोई ना कोई युवा नेता मिल जाएगा यहां तक की घर-घर में युवा नेता पैदा हो रहे हैं देश के लिए बहुत ही अच्छी बात है कि उसके युवाओं की राजनीति में पकड़ बढ़ रही है परंतु सिर्फ युवा नेता अपनी छवि युवा नेता तक ही सीमित रखे हैं
भाव मे अपने स्वभाव या छवि से किसी को प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं
यहां तक कि कितने ही सोशल प्लेटफॉर्म के ऊपर भी अगर उनकी पोस्ट पढ़ी जाए तो दिल को बहम हो जाता है कि यह किस तरह के युवा नेता है आखिर यह लोग अपने समाज के दूसरे युवाओ क्या देना चाहते हैं अगर इन युवा नेताओं की पोस्ट पढ़ी जाए तो 90% पोस्ट भड़काऊ अशांति और अज्ञानता फहलाने वाली होती हैं जिनका युवाओ पर सीधा प्रभाव पड़ता है *फेसबुक व्हाट्सएप टि्वटर आदि सोशल नेटवर्को पर आपको अनेक युवाओं की पोस्ट पढ़ने को मिल जाएंगी* आज के युवा नेता अपनी सोशल नेटवर्को पर सामाजिक जिम्मेदारी ना तो समझ पा रहे हैं ना ही उन्हें निर्वाह कर रहे हैं उन्हें सिर्फ अपने नाम से मतलब है और वह कितना युवाओं को प्रभावित कर पा रहे हैं अपनी जिम्मेदारी से यह उन्हें खुद भी मालूम नहीं है और उन्हें ना ही यह पता है कि उनकी पोस्ट युवाओं के लिए प्रेरणा नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी गलत संदेश दे रही हैं हर समाज में बढ़ते युवा नेताओं की सोच समझकर ही सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे कि उनकी पोस्टे आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने और समाज में एकता बनी रहे आने वाले समय में यही बातें हमें भी विश्व गुरु की छवि प्रदान करेंगी आइए सोशल नेटवर्को पर सामाजिक हित की पोस्ट करे
और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने
*महेश राठौर सोनू की कलम से*
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